1. इस अद्भुत नगर का वास्तुकार और निर्माता कौन है?
“परमेश्वर उनका परमेश्वर कहलाने में उनसे नहीं लजाता, क्योंकि अद्भुत उनके लिए एक नगर तैयार किया है” (इब्रानियों 11:16)।
उत्तर: बाइबल कहती है कि परमेश्वर अपने लोगों के लिए एक अद्भुत और विशाल नगर बना रहा है - और यह दुनिया के किसी भी अन्य शहर के जैसा ही असली है!
2. यह अद्भुत शहर कहां है?
“फिर मैं ने पवित्र नगर नए यरूशलेम को स्वर्ग से परमेश्वर के पास से उतरते देखा” (प्रकाशितवाक्य 21:2)। “हे मेरे परमेश्वर यहोवा ... स्वर्ग में से जो तेरा निवासस्थान है सुन लेना” (1 राजा 8:28, 30)।
उत्तर: इस वक़्त पवित्र नगर स्वर्ग में निर्माणाधीन है।
3. बाइबल इस अद्भुत नगर का वर्णन कैसे करती है?
उत्तर:
क. नाम
नगर को “नये यरुशलेम” का नाम दिया गया है (प्रकाशितवाक्य 21:2)।
ख. आकार
“वह नगर वर्गाकार बसा हुआ था और उसकी लंबाई चौड़ाई के बराबर थी; और उसने उस गज से नगर को नापा तो साढ़े सात सौ कोस निकला” (प्रकाशितवाक्य 21:16)। नगर पूरी तरह से चौकोर है। इसकी परिधि 12,000 फर्लांग - जो कि 1500 मील के बराबर थी। इसके किनारे 375 मील लंबे हैं!
ग. दीवारें
“स्वर्गदुत ने शहरपनाह को मनुष्य के नाप से नापा, तो यह एक सौ चौवालिस हाथ मोटी नि कली। उसकी शहरपनाह यशब की बनी थी” (प्रकाशितवाक्य 21:17, 18)। 144 हाथ ऊंची है - यानी 216 फीट ऊंची! – एक दीवार नगर को घेरे हुए है। दीवार ठोस यशब की बनी हुई है, जिसकी चमक और सुंदरता विवरण के परे है। इसके बारे में सोचें: लगभग 20 मंज़िल ऊंची और ठोस यशब!
घ. फाटक
“इसकी एक बड़ी ऊँची शहरपनाह 12 फाटकों के साथ थी, ... पूर्व की ओर तीन फाटक, उत्तर की ओर तीन फाटक, दक्षिण की ओर तीन फाटक, और पश्चिम की ओर तीन फाटक थे। ... बारहों फाटक बारह मोतियों के थे; एक एक फाटक एक एक मोती का बना था” (प्रकाशितवाक्य 21:12, 13, 21)
ङ . नीवें
“नगर की शरहपनाह की बारह नीवें थीं, ... हर प्रकार के बहुमूल्य पत्थरों से सँवारी हुई थी; पहली नींव यशब की, दूसरी नीलमणि की, तीसरी लालड़ी की, चौथी मरकूत की, पाँचवी गोमदेक की, छठवीं माणिक्य की, सातवीं पीतमणि की, आँठवी पेरोज की, नवीं पुखराज की, दसवीं लहसनिए की, ग्यारहवीं धूम्रकान्त की, और बारहवीं याकूत की।” (प्रकाशितवाक्य 21:14, 19, 20)। शहर में 12 पूर्ण नीवें हैं - प्रत्येक नीव कीमती पत्थर से बनी है। इंद्रधनुष के हर रंग का प्रतिनिधित्व किया गया है, इसलिए दूर से नगर इंद्रधनुष पर खड़ा दिखता है।.
च. सड़कें
“नगर की सड़क स्वच्छ काँच के समान शुद्ध सोने की थी” (प्रकाशितवाक्य 21:21)।
छ. रूप
“पवित्र नगर ... उस दुल्हिन के समान थी जो अपने पति के लिए श्रिंगार किए हो। ... परमेश्वर की महिमा उनमें थी, और महिमा उसमें थी, और उसकी ज्योति बहुत ही बहुमूल्य
ज़ेवर,अर्थात यशब की तरह बिल्लौर के समान स्वच्छ थी। ... वह नगर वर्गाकार बसा हुआ था और उसकी लम्बाई , चौड़ाई के बराबर थी” (प्रकाशितवाक्य 21:2, 11, 16)। वह नगर, अपने सभी मल्यू वान पत्थरों, सोने और जगमगाती सुंदरता के साथ परमश्वेर की महिमा से चमकेगा। इसकी लुभावनी महिमा और शुद्धता की तुलना “उस दुल्हिन से की जा रही है जो अपने पति के लिए श्रिंगार किए हो”।.
4. क्या तेजस्वी नगर की असाधारण विशेषता प्रत्येक नागरिक को अनंत यौवन और स्वास्थ्य का आश्वासन देती है?
“उस नगर की सड़क के बीचों बीच बहती नदी के इस पार और उस पार जीवन का वृक्ष था; उसमें बारह प्रकार के फल लगते थे, और वह हर महीने फलता था; और उस वृक्ष के पत्तों से जाति-जाति के लोग चंगे होते थे।” (प्रकाशितवाक्य 22:2)। “वह जीवन के वृक्ष का फल भी तोड़ के खा ले और सदा जीवित रहे।” (उत्पत्ति 3:22)।
उत्तर: जिस जीवन के वृक्ष में 12 प्रकार के फल लगते हैं, वह नगर के मध्य में है (प्रकाशितवाक्य 2:7), और इससे खाने वाले सभी लोगों के लिए अनन्त जीवन और यौवन लाता है। यहाँ तक कि इसकी पत्तियों में भी अद्भुत जीवनदायी गुण हैं। यह पेड़ हर महीने फल की एक नई फसल पैदा करेगा।
5. क्या यह सच है कि यह अद्भुत शहर इस धरती पर उतरेगा?
“फिर मैं यूहन्ना ने पवित्र नगर नये यरूशलेम को स्वर्ग से परमेश्वर के पास से उतरते देखा। वह उस दुल्हिन के समान थी जो अपने पति के लिए श्रिंगार किए हो।” (प्रकाशितवाक्य 21:2)। “धन्य हैं वे, जो नम्र हैं, क्योंकि वे पृथ्वी के अधिकारी होंगे।” (मत्ती 5:5)। “धर्मी को पृथ्वी पर फल मिलेगा” (नीतिवचन 11:31)।
उत्तर: हाँ! तेजस्वी पवित्र नगर नयी पृथ्वी की राजधानी बनने के लिए इस ग्रह पर उतरेगी। सभी बचाए गए लोगों का इस नगर में एक घर होगा।
6. पापी और जो बचाए नहीं गए हैं उनका क्या होगा?
“क्योंकि देखो वह धधकते भट्टे का सा दिन आता है... वे ऐसे भस्म हो जायेंगे कि उनका पता तक न रहेगा” (मलाकी 4:1)। “तत्व बहुत ही तप्त होकर पिघल जाएँगे और पृथ्वी और उस पर के काम जल जाएँगे” (2 पतरस 3:10)। “तब तुम दुष्टों को लताड़ डालोगे, अर्थात मेरे उस ठहराए हुए दिन में वे तुम्हारे पाँव के नीचे की राख बन जाएँगे।” (मलाकी 4:3)। “पर उसकी प्रतिक्षा के अनुसार हम एक नए आकाश और नई पृथ्वी की आस देखते हैं जिनमें धार्मिकता वास करेगी” (2 पतरस 3:13)।
उत्तर: परमेश्वर पृथ्वी को पाप से शुद्ध करेगा; वह गहरी उदासी में, धरती को उन लोगों से भी शुद्ध करेगा जो पाप में पड़े रहेंगे। तब परमेश्वर एक परिपूर्ण नयी पृथ्वी बनाएगा। पवित्र नगर पृथ्वी की राजधानी होगी। यहाँ बचाया गए लोग, अनंत काल तक खुशी,
शांति और पवित्रता में रहेंगे परमश्वेर ने वादा किया है कि पाप फिर से नहीं उभरेगा। नहूम 1:9 देखें। (नर्क पर अधिक जानकारी के लिए, अध्ययन संदर्शिका देखें 11.)
7. परमेश्वर ने अपने नए साम्राज्य में प्रवेश करनेवाले लोगों से क्या रोमांचक वादे किए हैं?
उत्तर:
क. परमेश्वर आप उनके साथ रहेगा (प्रकाशितवाक्य 21:3)।
ख. वे कभी भी नहीं ऊबेंगे। वहाँ सर्वदा सुख बना रहेगा (भजन सहिंता 16:11)।
ग. वहाँ मृत्यु दर्द, आँसू, दुःख, रोग, अस्पताल, ऑपरेशन, त्रासदी, निराशा, तकलीफ, भूख, या प्यास नहीं रहेगी (प्रकाशितवाक्य 21:4; यशायाह 33:24; यशायाह 65:23; प्रकाशि तवाक्य 7:16)।
घ. वे नहीं थकेंगे (यशायाह 40:31)।
ङ. हर व्यक्ति हर तरह से शारीरिक रूप से निर्दोष होगा। बहरे सुनेंगे, अंधे देखेंगे, और लंगड़े दौड़ लगाएँगे (यशायाह 35:5, 6; फिलिप्पियों 3:21)।
च. ईर्ष्या , भय, घृणा, झूठ,डाह, अशुद्धता, कुटिलता, गंदगी, चिंता, और सभी तरह की बुराइयाँ परमश्वेर के राज्य में मौजूद नहीं होंगी (प्रकाशितवाक्य 21:8, 27; 22:15)। लोग उन्हें विचलित करनी वाली और क्षति और चिंता के बोझ तले नहीं दबेंगे। व्याकुलता नहीं रहेगी। समय अनन्तकाल बन जाएगा, और पृथ्वी का आज का दबाव और खतरा हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगा।
8. नई पृथ्वी हमारी आज की धरती से कैसे अलग होगी?
उत्तर:
क. जिन विशाल महासागर को हम आज जानते हैं, वे सदा के लिए विलुप्त हो जायेंगे (प्रकाशितवाक्य 21:1)। आज, पृथ्वी का 70 प्रतिशत सतह महासागर है। परमेश्वर के नए राज्य की स्थिति यह नहीं रहेगी। पूरी दुनिया अद्वितीय सुंदरता का एक बड़ा बगीचा होगा जिसमें बीच बीच में झील,नदियाँ, और पर्वत होंगे (प्रकाशि तवाक्य 22:1; प्रेरितों 3:20, 21)।
ख. रेगिस्तान, बगीचों में बदल दिए जायेंगे (यशायाह 35:1, 2)।
ग. प्रत्येक जानवर पालतु होगा। किसी भी प्रकार के प्राणी - भेड़िये, शेर, भालू इत्यादि - दूसरों का शिकार नहीं करेगें, और छोटे बच्चे उनका नेतृत्व करेंगे (यशायाह 11:6-9; यशायाह 65:25)।
घ. अभिशाप नहीं रहेगा (प्रकाशितवाक्य 22:3) उत्पत्ति 3:17-19 में वर्णित पाप का अभिशाप अब और नहीं रहेगा।
ङ. किसी भी प्रकार की हिंसा नहीं होगी (यशायाह 60:18)। यानी अपराध, आँधी, बाढ़, भूकंप, तूफान, चोट इत्यादि नहीं होंगे।
च. अशुद्ध करने वाली कोई भी चीज नहीं होगी (प्रकाशितवाक्य 21:27)। नए साम्राज्य में मतवालापन, मधुशाला, मदिरा, वेश्या लय, अश्लील साहित्य , या किसी अन्य प्रकार की अशुद्धता नहीं होगी।
9. क्या परमेश्वर के राज्य में छोटे बच्चे होंगे? यदि हाँ, तो क्या वे बड़े होंगे?
“नगर के चौक खेलनेवाले लड़कों और लड़कियों से भरे रहेंगे” (जकर्या ह 8:5)। “और तुम पाले हुए बछड़ों के समान कूदोगे और फाँदोगे” (मलाकी 4:2)।
उत्तर: पवित्र नगर में कई छोटे बच्चे होंगे (यशायाह 11:6-9) और
ये छोटे बच्चे बड़े हो जाएँगे। मनुष्य के पतन के बाद से, हमने कद,
बुद्धि और जीवन शक्ति में बहुत अधिक गिरावट दर्ज की है- लेकिन
यह सब पुनः स्थापित हो जाएगा! (प्रेरितों 3:20, 21)।
10. जब स्वर्ग में प्रियजनों का पुनर्मिलन होगा, तो क्या वे एक दूसरे को पहचानेंगे?
“परन्तु उस समय ऐसी पूरी रीति से पहचानेंगे, जैसा मैं पहिचाना गया हूँ” (1 कुरिन्थियों 13:12)।
उत्तर: बाइबिल स्पष्ट रूप से सिखाती है कि जो मरे हए हैं, बचाए गए थे उन्हें जी उठाया जाएगा, वे बचाए गए जीवितों के साथ मिल जाएँगे और परमेश्वर के नए साम्राज्य में एक साथ प्रवेश करेंगे (यशायाह 26:19; यिर्मयाह 31:15-17; 1 कुरिन्थियों 15:51-55; 1 थिस्सलुनिकियों 4:13-18)। यह भी सिखाती है कि परमेश्वर के नए राज्य में प्रियजन एक-दूसरे को पहचान लेंगे, जैसे लोग आज पृथ्वी पर एक-दूसरे को पहचानते हैं।
11. क्या स्वर्ग में लोग माँस और हड्डी के बने होंगे?
“वह आप उनके बीच में आ खड़ा हुआ, और उनसे कहा, ‘तुम्हें शान्ति मिले।’ परन्तु वे घबरा गए और डर गए, और समझे कि हम किसी भूत को देख रहे हैं। उसने उनसे कहा, ‘क्यों घबराते हो? और तुम्हारे मन में क्यों सन्देह उठते हैं? मेरे हाथ और मेरे पाँव को देखो कि मैं वही हूँ। मुझे छूकर देखो, क्योंकि आत्मा के हुड्डी माँस नहीं होता जैसा मुझ में देखते हो।’ ... जब आनन्द के मारे उनको प्रतीतिन हुई, और वे आश्चर्य करते थे, तो उसने उनसे पूछा, ‘क्या यहाँ तुम्हारे पास कुछ भोजन है?’ उन्होंने उसे भुनी हुई मछली का टुकड़ा दिया। उसने लेकर उनके सामने खाया। ... तब वह उन्हें बैतनिय्याह तक बाहर ले गया, ... और उन्हें आशीष देते हुए वह उनसे अलग हो गया और स्वर्ग पर उठा लिया गया।” (लूका 24:36-39, 41-43, 50, 51)। “यही यीशु, ... जो तुम्हारे पास से स्वर्ग पर उठा लिया गया है, जिस रीति से तुम उसको जाते देखा है उसी रीति से वह फिर आएगा” (प्रेरितों 1:11)। “यीशु मसीह ... हमारी हीन-दीन देह का रूप बदलकर, अपनी महिमा की देह के अनुकूल बना देगा” (फिलिप्पियों 3:20, 21)।
उत्तर: अपने पुनरुत्थान के बाद, यीशु ने अपने शिष्यों को उसे स्पर्श करने देकर और भोजन खाकर यह साबित किया कि वह हड्डी और माँस है। वही यीशु अपने पिता के पास स्वर्ग को गया और फिर पृथ्वी पर आएगा। बचाएँ हुओं को यीशु की तरह देह दी जाएगी और वे माँस और हड्डियों के साथ शारीरिक रूप में अनन्त काल तक होंगे। अंतर यह होगा कि हमारी स्वर्गीय देह न ही बिगड़ेगी और न ही मृत्यु के अधीन होगी। यह शिक्षा , कि स्वर्ग में केवल आत्माएँ होंगी जो बादलों के चारों ओर तैरती रहती हैं और कुछ भी नहीं करती हैं, बस वीणा बजाती रहती हैं, बाइबल में इस बात का कोई आधार नहीं है। यीशु अपने प्रेम को स्वीकार करने और उसके मार्ग पर चलने वालों के लिए ऐसा मामूली भविष्य प्रदान करने के लिए क्रूस पर नहीं मरा था। अधिकांश लोगों को इस तरह के अस्तित्व में कोई रूचि नहीं है और इसलिए, परमेश्वर के स्वर्गीय साम्राज्य में प्रवेश करने की कोई इच्छा नहीं रखते हैं – कभी कभी सिर्फ़ इसीलिए इसे बढ़ावा देते हैं क्योंकि वे नर्क से डरते हैं। यदि हर व्यक्ति परमेश्वर के पवित्र शहर और नयी सृष्टि के बारे सच्चाई सिख सकता है, तो लाखों लोग उसके प्यार को समझना शुरू कर सकते हैं, और उसकी तरफ़ मुडेगें और उस शांति, ख़ुशी, और उद्देश्य का आनंद लेंगे जो उन्हें अनुभव करने के लिए बनाया गया है।
12.नए राज्य में लोग कैसे अपना समय बिताएँगे?
“वे घर बनाकर उन में बसेंगे; वे दाख की बारियाँ लगाकर उनका फल खाएँगे। ऐसा नहीं होगा कि वे बनाएँ और दूसरा बसे; या वे लगाएँ, और दूसरा खाए ... और मेरे चुने हुए अपने कामों का पूरा लाभ उठएँगे।” (यशायाह 65:21, 22)।
उत्तर: बचाये गए लोग नई पृथ्वी में अपने घरों का निर्माण करेंगे। (प्रत्येक व्यक्ति के पास मसीह द्वारा निर्मित नगर में भी एक घर होगा - यूहन्ना 14:1-3 देखें) वे दाख की बारियाँ लगाएँगे और उनका फल खाएँगे। बाइबल इस बारे में साफ़ है: वास्तविक लोग स्वर्ग में वास्तविक चीजें करेंगे, और वे इन सब का भरपूरी से आनंद लेंगे।
13. इस स्वर्ग में बचाए गए लोग और क्या करेंगे?
उत्तर:
क. गाएँ गे और स्वर्गीय संगीत बजायेंगे (यशायाह 35:10; 51:11; भजन संहि ता 87:7; प्रकाशि तवाक्य 14:2, 3)।
ख. हर हफ्ते परमेश्वर के सिंहासन के सामने स्तुति करेंगे (यशायाह 66:22, 23)।
ग. कभी न मुरझाने वाले फूलों और वृक्षों का आनंद लेंगे (यहेजकेल 47:12; यशायाह 35:1, 2)।
घ. प्रियजनों, पूर्वजों, बायबल के शख़्सियतों से मिलेंगे (मत्ती 8:11; प्रकाशि तवाक्य 7:9-17)।
ङ. स्वर्ग के जानवरों का अध्ययन करेंगे (यशायाह 11:6-9; 65:25)।
च. बिना थकावट के यात्रा और खोज करेंगे (यशायाह 40:31)।
छ. वे परमेश्वर को गाते सुनेंगे (सपन्याह 3:17)।
ज. उनकी गहरी अभिलाषाओं का अनुभव करेंगे (भजन संहिता 37:3, 4; यशायाह 65:24)।
झ. सबसे बड़ी खुशी यह कि यीशु की तरह होने का विशेषाधिकार, उसके साथ यात्रा करने और उसे आमने-सामने देखने का अवसर प्राप्त होगा! (प्रकाशितवाक्य 14:4; 22:4; 21:3; 1 यूहन्ना 3:2)।
14. क्या मानव भाषा पूरी तरह से स्वर्ग में हमारे घर की महिमा का वर्णन कर सकती है?
“जो बातें आँखों ने नहीं देखीं है ना कान ने सुनीं, और जो बातें मनुंष्य चित में नहीं चढ़ीं , वे ही हैं जो परमेश्वर ने अपने प्रेम रखनेवालों के लिए तैयार की है” (1 कुरिन्थियों 2:9)।
उत्तर: मनुष्य का मन अपने ख़याली स्वपन में भी परमेश्वर के अनंत राज्य के आश्चर्यों को समझ तक नहीं सकता। आदम द्वारा खोया हुआ स्वर्ग पुनःस्थापित होगा। (प्रेप्रेरितों 3:20, 21)।
15. क्या यह साम्राज्य आपके लिए व्यक्तिगत रूप से तैयार किया जा रहा है?
“जो प्यासा हो वह आए, और जो कोई चाहे वह जीवन का जल सेंतमेंत ले” (प्रकाशि तवाक्य 22:17)। “अर्थात एक अविनाशी ... तुम्हारे लिये स्वर्ग में रखी है” (1 पतरस 1:4)। “मैं तुम्हारे लिये जगह तैयार करने जाता हूँ” (यूहन्ना 14:2)।
उत्तर: हाँ! यह अभी आपके लिए व्यक्तिगत रूप से तैयार किया जा रहा है। और परमेश्वर का यह निमंत्रण व्यक्तिगत रूप से आप के लिए है। कृपया उनके प्रस्ताव को नकार ना दें!
16. आप कैसे आश्वासित हो सकते हैं कि इस महान और महिमामय राज्य में आपके लिए एक जगह है?
“देख, मैं द्वार पर खड़ा हुआ खटखटाता हूँ, यदि कोई मेरा श्ब्द सुनकार द्वार खोलेगा, तो मैं उसके पास भीतर आकर उसके साथ भोजन करूँगा और वह मेरे साथ” (प्रकाशितवाक्य 3:20)। “हर कोई जो मुझसे कहता है, ‘हे प्रभु, हे प्रभु’ वह स्वर्ग के राज्य में प्रवेश नहीं करेगा, परन्तु जो स्वर्ग में मेरे पिता की इच्छा करता है” (मत्ती 7:21)। “धन्य वे हैं, जो अपने वस्त्र धो लेते हैं, क्योंकि उन्हें जीवन के वृक्ष के पास आने का अधिकार मिलेगा, और वे फाटकों से होकर नगर में प्रवेश करेंगे” (प्रकाशि तवाक्य 22:14)। “परन्तु जितनों ने उसे ग्रहण किया, उसने उन्हें परमेश्वर की सन्तान होने का अधिकार दिया” (यहुन्ना 1:12)। “और उसके पुत्र यीशु का लहू हमें सब पापों से शुद्ध करता है” (1 यहुन्ना 1:7)।
उत्तर: अपने जीवन को मसीह को दें और उसमें बने रहें ताकि वह आपको पाप और पाप की इच्छा से शुद्ध कर सके। यह इतना आसान है! जब आप उस में बने रहते हैं, तो यीशु आपको अपनी इच्छा पूरी करने और आज्ञाओं के प्रति प्रेम से आज्ञाओं को मानने की शक्ति देता है। कि इसका अर्थ आप उस प्रकार जीने लगेंगे जैसा मसीह जीता था और वह आपको सभी पापों पर विजय हासिल करने में मदद करेगा। “जो जय पाए वही इन वस्तुओं का वारिस होगा” (प्रकाशितवाक्य 21:7)। जब स्वर्ग दिल में होता है तो वह व्यक्ति स्वर्ग के लिए तैयार होता है।
17. क्या आपने यीशु के स्वर्गीय साम्राज्य में सदा उसके साथ रहने के आंनदमयी निमंत्रण को स्वीकार किया है?
आपका उत्तर:
आपके प्रश्नों के उत्तर
1. स्वर्ग एक खुशहाल जगह कैसे हो सकती है जब बचाये गए लोग अपने खोये हुए प्रियजनों के बारे में सोचते हैं?
उत्तर: बाइबिल कहती है कि परमेश्वर “उनकी आंखों से सब आँसू पोंछ डालेगा” (प्रकाशितवाक्य 21:4)। नई धरती की सुंदरता और खशुियों से घिरे हुए, परमश्वेर के द्वारा छुड़ाए गए लोग अतीत की त्रासदियों और दुखों को भूल जाएंगे। यशायाह 65:17 कहता है, “और पहली बातें स्मरण न रहेंगी और सोच विचार में भी न आएगा।”
2. बाइबल कहती है, “मांस और लहू परमेश्वर के राज्य के अधिकारी नहीं हो सकते” (1 कुरिन्थियों 15:50)। फिर, उद्धार पाया हुआ मांस और हड्डी कैसे हो सकता है?
उत्तर: यहाँ प्रेरित ने 35-49 पदों में जो कहा है उस पर वह जोर देता है, कि हमारे पुनरुत्थित शरीर हमारे वर्तमान देह से अलग होंगे। पाप ने हमारे शरीर और हमारे स्वभावों को बदल दिया। इसलिए, जब हम स्वर्ग में पुनः विकसित अदन में प्रवेश करेंगे, तब हमारी देह बदल जाएगी ताकि हम स्वर्ग की पूर्णता का पूरी तरह से आनंद उठा सकें । “मांस और लहू” पृथ्वी पर मानव देह को संबोधित करने का अलंकार है (मत्ती 16:17 देखें; गलतियों 1:16, 17; इफिसि यों 6:12)। मसीह ने, अपने पुनरुत्थित शरीर में, घोषित किया कि वह वास्तव में “मांस और हड्डी” (लूका 24:39) था। और फिलिप्पियों 3:21 के अनुसार, हमारी देह भी उसके अनुकूल होंगी।
3. क्या प्रेरित पतरस पवित्र नगर के फाटकों का प्रभारी है?
उत्तर: नहीं। प्रकाशितवाक्य 21:12 में बाइबल कहती है कि नये यरूशलेम – परमेश्वर के पवित्र नगर में 12 फाटक हैं, और फाटकों पर 12 स्वर्गदुत हैं। बाइबल में कहीं भी किसी भी प्रेरित का जिक्र द्वार के रक्षक के रूप में नहीं किया गया हैं।
4. क्या पवित्र नगर वास्तव में इतना बड़ा है कि वह सभी युगों के बचाए गए सभी लोगों के बसने के लिए काफी है?
उत्तर: यदि बचाए गए प्रत्येक व्यक्ति को 100 वर्ग फुट जमीन की जगह दी गई, तो नगर में 39 अरब लोगों के लिए जगह होगी, जो कि दुनिया की वर्त मान जनसंख्या से कई गुणा अधिक है। कई सांख्यिकीशास्त्रीयों का मानना है कि यदि सभी लोग, जो पृथ्वी पर कभी रहते थे, यदि वे भी बचा लिए गए, तो उनके लिए पवित्र नगर में बहुत सारे कमरे होंगे। हालांकि, पवित्रशास्त्र यह स्पष्ट करता है कि, हर कोई नहीं बचाया जाएगा (मत्ती 7:14)। इस प्रकार, उस महान नगर में पर्याप्त से अधिक कमरे होंगे।
5. कभी-कभी मैं विस्मित होता हूँ कि इनाम बलिदान के लायक है या नहीं। ऐसा प्रतीत होता है कि शैतान मुझे पराजित कर देगा। क्या बाइबल कोई भी प्रोत्साहन प्रस्तुत करती है?
उत्तर: हाँ! प्रेरित पौलुस आपके बारे में सोच रहा होगा, जब उसने यह लिखा, “क्योंकि मैं समझता हूँ कि इस समय के दुःख और क्लेश उस महिमा के समाने, जो हम पर प्रगट होनेवाली है, कुछ भी नहीं है” (रोमियों 8:18)। अपने स्वर्गीय पिता की सिर्फ एक झलक जो आपके लिए उस अनंत साम्राज्य में इंतज़ार कर रहा है, वह पृथ्वी के सबसे बुरे परीक्षणों और प्रलोभनों के महत्वहीनता में धूँधला कर देगा!
6. क्या मरने वाले बालक परमेश्वर के राज्य में बचाए जाएंगे?
उत्तर: हमारे पास बाइबल से इस सवाल का कोई विशिष्ट उत्तर नहीं है, लेकिन कई लोग मानते हैं कि शिशुओं को मत्ती 2:16-18 के आधार पर बचाया जाएगा, जहाँ बाइबल बताती है कि राजा हेरोदेस ने बैतलहम में बालकों को मार डाला था। पुराने नियम में इस दुखद घटना की भविष्यवाणी की गई थी, लेकिन परमेश्वर ने माताओं से न रोने को कहा क्योंकि उनके बच्चे एक दिन उन्हें वापस कर दिये जाएँगे। “रोने - पीटने और आँसू बहाने से रुक जा ... तेरे वंश के लोग अपने देश में लोट आएँगे” (यिर्मतयममायाह 31:16, 17)।
7. क्या मैं सही समझता हूँ कि बचाए गए लोगों का घर इस धरती पर होगा?
उत्तर: हाँ! यद्यपि पवित्र नगर अभी परमेश्वर के निवास स्थान में है, वह इसे इस धरती पर लाने जा रहा है। पवित्र नगर नई पृथ्वी की राजधानी होगी, और परमेश्वर अपने सिंहासन को यहीं पर स्थानांतरित करेगा (प्रकाशितवाक्य 21:2, 3; 22:1, 3) और अनंत काल तक इसी धरती पर बचाए गए लोगों के साथ रहेगा। और जहाँ परमेश्वर रहता है, वही स्वर्ग है। परमेश्वर की योजना है कि आदम ने जो खोया है वह हमें पुनःस्थापित करेगा। एक सिद्ध ग्रह पर एक सिद्ध जीवन की झलकियाँ। शैतान और पाप ने परमेश्वर की योजना में बाधा डाली, लेकिन योजना पूरी की जाएगी। हम सभी इस नए साम्राज्य में साझेदारी कर सकते हैं – इसे नहीं छोड़ सकते! (अधिक जानकारी के लिए अध्ययन संदर्शि का 12 देखें।)
8. लोग यह क्यों मानते हैं कि बचाये गए लोग आत्माओं के समान निवासियों के साथ एक धुंधली सी जगह में जो बादलों पर तैरती रहती है और वीणा बजाने के अलावा कुछ नहीं करते है?
उत्तर: यह शिक्षा शैतान, झूठ के पि ता (यहुन्ना 8:44) के साथ उत्पन्न होता है। वह परमेश्वर की प्रेम पूर्ण योजना को विकृत करने और स्वर्ग को एक अवास्तविक, “डरावने” स्थान के रूप में प्रस्तुत करने के लिए व्याकुल है, क्योंकि इस बात से लोग रूचि खो देंगे या पूरी तरह से परमेश्वर के वचन पर संदेह करेंगे। शैतान जानता है कि जब पुरुष और महिलाएँ बचाए गए लोगों के घर के बारे में बाइबल की सच्चाई को पूरी तरह से समझते हैं, तो उन पर से उसकी शक्ति टूट जाती है, क्योंकि वे उस राज्य में प्रवेश करने की योजना बनाना शुरू करेंगे। यही कारण है कि वह इस मुद्दे को भ्रमित करने और हमारे स्वर्गीय घर के बारे में झूठ फैलाने के लिए इतना कठिन काम करता है।
सारांश पत्र
1. पवित्र नगर अंतरिक्ष में है (1)
_____ वास्तविक नहीं है बल्कि बस एक रूपक है।
_____ यह एक वास्तविक शहर है जिसे परमेश्वर द्वारा उनके निवास स्थान के लिए तैयार किया जा रहा है।
_____ कुछ ही लोगों के दिमाग के अलावा इसका अस्तित्व और कहीं नहीं है।
2. यह पवित्र नगर (1)
_____ परमाणु विस्फोट से नष्ट हो जाएगा।
_____ शैतान और उसके दूतों के द्वारा कब्जा कर लिया जाएगा।
_____ इस धरती पर उतरेगा और नयी बनी पृथ्वी की राजधानी बनाया जाएगा।
3. निम्नलिखित सूची में, पवित्र नगर के बारे में बाइबल के सच्चे तथ्यों को चिन्हित करें: (7)
_____ इसे नया यरूशलेम कहा जाता है।
_____ यह परिमाण लंदन के जितना है।
_____ इसकी दीवारें पुखराज की हैं।
_____ नगर की लंबाई और चौड़ाई बराबर है।
_____ सड़कें शुद्ध सोने की हैं।
_____ नगर की 14 नींवें हैं।
_____ प्रेरित पतरस उसके द्वार पर खड़ा है।
_____ इसके प्रत्येक 12 द्वार एक ही मोती से बने हुए हैं।
_____ इसकी परिधि 1,500 मील है
_____ इसकी सभी नींवें सभी कीमती पत्थरों से बनी है।
_____ नगर सही अनुपात में होगा।
4. जीवन का पेड़ (1)
_____ एक असली पेड़ है जो परमेश्वर के लोगों को अनन्त स्वास्थ्य और यौवन प्रदान।
_____ यह मात्र एक अलंकार है और इसका अर्थ है की केवल परमेश्वर ही अपने लोगों को शक्ति देगा।
_____ शुरुआत में मौजूद लेकिन नए राज्य में शामिल नहीं किया जाएगा।
5.निम्नलिखित सूची में, उन सभी वस्तुओं की चिन्हित करें जो नए राज्य के लोगों के लिए बाइबल की सच्ची प्रतिज्ञाएँ हैं: (5)
_____ परमेश्वर रोज़ाना विवाह कराएगा।
_____ जीवन का पेड़ 20 प्रकार के फल देगा।
_____ परमेश्वर स्वयं अपने लोगों के साथ रहेंगे।
_____ दस लाख वर्षों के बाद, संत ऊब जाएंगे।
_____ वहाँ कोई भी मृत्यु या दुःख नहीं होगा।
_____ लोग कभी नहीं थकेंगे।
_____ लकवाग्रस्त लोग स्वर्गदूतों द्वारा लिये फिरे जाएँ गे।
_____ स्वर्गदूत चि कित्सक होंगे और सभी प्रकार के ऑपरेशन करेंगे।
_____ अंधे अब अंधे नहीं होंगे।
_____ ईर्ष्या , भय, घृणा, झूठ और अशुद्धता हमेशा के लिए चली जाएगी।
_____ शिशु बड़े नहीं होंगे।
6. नीचे दिए गए उन बयानों को चिन्हित करें जो नई पृथ्वी के बारे में सच्चाई बताते हैं: (6)
_____ आज के महासागर नहीं रहेंगे ।
_____ रेगिस्तान और भी बड़ा होगा।
_____ जानवरों को खूबसूरत स्वर्गीय पिं जरों में रखा जाएगा।
_____ तूफान, भूकंप, और बाढ़ नहीं होगी।
_____ कूड़े करकट को स्वर्गदूतों द्वारा प्रतिदिन सड़कों से सावधानी से हटा दि या जाएगा।
_____ फूल नहीं मुरझाएँगे और न ही कोई पेड़ सूखेंगे।
_____ स्वर्ग यहीं पृथ्वी पर रहेगा।
_____ पाप दूसरी बार नहीं उभरेगा।
_____ इसकी महिमा का यथोचित वर्णन नहीं किया जा सकता है।
7. स्वर्गीय साम्राज्य में धर्मी (1)
_____ भूत होंगे जो बादलों पर वीणा बजाते हैं और तैरते हैं।
_____ अन्य प्रियजनों और मित्रों के विषय में कुछ पता नहीं होगा जो शायद वहाँ हों।
_____ उनके मांस और हड्डियों समेत वास्तविक देह होंगे और एक-दूसरे को जानेंगे।
8. हम जानते हैं कि स्वर्ग में लोग वास्तविक होंगे और असली चीजें करेंगे क्योंकि (1)
_____ विज्ञान ने यह निष्कर्ष निकाला है।
_____ बाइबल कहती है कि हम मसीह की तरह होंगे, जिनके पुनरुत्थान के बाद मांस और हड्डियां थीं और वास्तविक काम किये।
_____ कई प्रचारक कहते हैं कि ऐसा है।
9. मैं उस स्वर्गीय साम्राज्य में अपने लिए एक जगह होने के बारे सुनिश्चित हो सकता हूँ यदि मैं (1)
_____ रोज कहूँगा कि मैं परमेश्वर से प्रेम करता हूँ।
_____ नर्क से डरता हूँ।
_____ ख्रीस्त को स्वीकार करें, उसके बने रहें और उसकी आज्ञाओं को मानें।
10. स्वर्गीय राज्य में बचाए गए लोग क्या करेंगे? नीचे सूचीबद्ध सच्चे बाइबल तथ्यों को चिन्हित करें: (5)
_____ घर बनाएँगे और उनमें रहेंगे।
_____ दाख की बारियां लगाएँगे।
_____ जानवरों को मारेंगे और उन्हें खाएंगे।
_____ स्वर्गीय वाद्ययंत्र बजाएँगे और परमेश्वर की स्तुति गाएँगे।
_____ परमेश्वर के सिंहासन के सामने अराधना करेंगे।
_____ नर्क के ऊपर से उड़ेंगे और जो नहीं बचाए गए हैं उन्हें धिकारेंगे।
_____ जीवन के पड़े का फल खाएँगे
11. मैं यीशु के साथ उसके राज्य में अनन्तकाल तक रहने के प्रस्ताव को स्वीकार करता हूं।
_____ हाँ।
_____ नहीं।