1. आज नर्क में कितनी खोई हुई आत्माओं को दंडित किया जा रहा है?
“तो प्रभु भक्तों को परिक्षा में से निकाल लेना और अधर्मियों को न्याय के दिन दण्ड की दशा में रखना” (2 पतरस 2:9)।
उत्तर: आज नर्क में एक भी आत्मा नहीं है। बाइबल कहती है कि, तब तक परमेश्वर दुष्टों को सुरक्षित रखता है जब तक न्याय के दिन वे दंडित नहीं किए जाते ।
2. पापियों को नर्क की आग में कब डाला जाएगा?
“वैसा ही जगत के अन्त में होगा। मनुष्य का पुत्र अपने स्वर्गदूतों को भेजेगा, और वे उसके राज्य में से सब ठोकर के कारणों को और कुकर्म करनेवालों को इकठ्ठा करेंगे, और उन्हें आग के कुण्ड में डालेंगे, जहाँ रोना और दाँत पीसना होगा” (मत्ती 13:40-42)। “जो वचन मैं ने कहा है, वही पिछले दिन में उसे दोषी ठहराएगा” (यूहन्ना 12:48)।
उत्तर: दुनिया के अंत में, महान निर्णय के समय, पापियों को नर्क की आग में डाला
जाएगा, न कि जब वे मर जायेंगे। जब तक दुनिया के अंत में अदालत में फैसला नहीं किया जाता है तब तक परमेश्वर किसी व्यक्ति को आग में दंडित नहीं करेगा क्या इस बात का कोई अर्थ है कि परमेश्वर एक हत्यारे को जो 5,000 साल पहले मर चुका है उसे उस एक हत्यारे की तुलना में 5,000 साल अधिक जलाएँगे जो आज मरा है जबकि दोनों एक ही पाप की सजा के लिए बराबर दण्ड के हकदार हैं? (उत्पत्ति 18:25 देखें।)
3. वे जो बचाए नहीं गए मर चुके , कहां हैं?
“वह समय आता है कि जितने कब्रों में हैं वे उसका शब्द सुनकर निकल आएँगे। जिन्होंने भलाई की है वे जीवन के पुरुत्थान के लिए जी उठेंगे और जिन्होंने बुराई की है वे दण्ड के पुनरुत्थान के लिए जी उठेंगे” (यूहन्ना 5:28, 29)। “विपत्ति के दिन दुर्जन सुरक्षित रहता है? तौभी वह कब्र को पहुँचाया जाता है” (अय्यूब 21:30, 32)।
उत्तर: बाइबल विस्तृ त है। जो नहीं बचाए गए हैं और जो बचाए गए दोनों पुनरुत्थान के दिन तक अपनी कब्रों में “सोते” हैं। (मृत्यु के बाद वास्तव में क्या होता है, इस बारे में अधिक जानकारी के लिए अध्ययन संदर्शिका 10 देखें।)
4. पाप का अंतिम परिणाम क्या है?
“पाप की मजदूरी तो मृ त्यु है, परन्तु परमेश्वर का वरदान हमारे प्रभु मसीह यीशु में अनन्त जीवन है” (रोमियों 6:23)। “पाप जब बढ़ जाता है तो मृत्यु को उत्पन्न करता है” (याकूब 1:15)। “परमेश्वर ... अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे वह नष्ट न हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए” (यूहन्ना 3:16)।
उत्तर: पाप की मजदूरी (या परिणाम) मृत्यु है, नर्क की आग में अनन्त जीवन नहीं है। दुष्ट “नाश हो जाते हैं,” या “मृत्यु” प्राप्त करते हैं। धर्मियों को “अनन्त जीवन” मिलता है।
5. नर्क की आग में दुष्टों के साथ क्या होगा?
“परन्तु डरपोकों , और अविश्वासियों , और घिनौनों , और हत्यारों और व्यभिचारियों , और टोन्हों , और मूर्ति पूजकों , और सब झूठों का भाग उस झील में मिलेगा जो आग और गम्धक से जलती रहती है: यह दूसरी मृत्यु है” (प्रकाशितवाक्य 21:8)।
उत्तर: दुष्ट नर्क की आग में दूसरी मौत मरेंगे। यदि दुष्टों पर नर्क में सदा के लिए अत्याचार किया जाता है, तो वे अमर होंगे। लेकिन यह असंभव है क्योंकि बाइबल कहती है कि “अमरता केवल उसी (परमेश्वर) की है”(1 तीमुथियुस 6:16)। जब आदम और हव्वा को अदन के बाग़ से निकाल दिया गया था , तब एक स्वर्गदूत को जीवन के वृक्ष की रक्षा के लिए तैनात किया गया था ता कि पापी उस पेड़ से नहीं खा सकें और “सदा जीवित ” रहें (उत्पत्ति 3:22-24)। यह शिक्षा कि, ‘पापी नर्क में अमर हैं’, शैतान के साथ पैदा हुई है और पूरी तरह से असत्य है। जीवन के वृक्ष की रक्षा करके परमेश्वर ने ऐसा होने से रोक दिया ।
6.नर्क की आग कब और कैसे जलाई जाएगी?
“वैसा ही जगत के अन्त में होगा। मनुष्य का पुत्र अपने स्वर्ग दूतों को भेजेगा, और वे ... उन्हें आग के कुण्ड में डालेंगे” (मत्ती 13:40-42)। “वे सारी पृथ्वी पर फैल कर पवित्र लोगों की छावनी और प्रिय नगर को घेर लेंगी; और आग स्वर्ग से उतरकर उन्हें भस्म करेगी” (प्रकाशितवाक्य 20:9)। “देख धर्मी को पृथ्वी पर फल मिलेगा, तो निश्चय है कि दुष्ट और पापी को भी मिलेगा” (नीतिवचन 11:31)।
उत्तर: बाइबल कहती है कि परमेश्वर नर्क की आग को जलाएँगे। पवित्र नगर के स्वर्ग से नीचे आने के बाद (प्रकाशितवाक्य 21:2), दुष्ट इस पर कब्ज़ा करने का प्रयास करेंगे। उस समय, परमेश्वर पृथ्वी पर स्वर्ग से आग बरसाएँगे, और यह दुष्टों को भस्म कर देगी। यह आग, बाइबल में, नर्क की आग है।
7. नर्क की आग कितनी बड़ी और कितनी गर्म होगी?
“परन्तु प्रभु का दिन चोर के समान आ जाएगा, उस दिन आकाश बड़ा हड़हड़ाहट शब्द से जाता रहेगा और तत्व बहुत ही तप्त होकर पिघल जाएगा और पृथ्वी और उस पर के काम जल जाएँगे” (2 पतरस 3:10)।
उत्तर: नर्क की आग इस धरती के जितनी ही बड़ी होगी, क्योंकि यह पृथ्वी जलेगी। यह आग इतनी गर्म होगी कि पृथ्वी पिघल जाएगी और “उस पर के सारे काम जल जाएँगे”। वायुमंडलीय आकाश का विस्फोट हो जाएगा और “एक बड़े कोलाहल के शब्द से जाता रहेगा।”
“देख मैं शीघ्र आनेवाला हूँ; और हर एक काम के अनुसार बदला देने के लिए प्रति फल मेरे पास है” (प्रकाशितवाक्य 22:12)। “वह हर एक को उसके कामों के अनुसार प्रतिफल देगा”(मत्ती 16:27)। “वह दास जो अपने स्वामी की इच्छा जानता था, और तैयार न रहा और न उसकी इच्छा के अनुसार चला, बहुत मार खाएगा” (लूका 12:47, 48)।
उत्तर: बाइबल हमें नहीं बताती है कि आग में मृत्यु प्राप्त करने से पहले दुष्टों को कितनी देर तक दंडित किया जाएगा। परन्तु परमेश्वर विशेष रूप से इस बात को महेत्व देता है कि, सभी को उनके कामों के अनुसार दंडित किया जाएगा। इसका मतलब है कि कुछ अपने कार्यों के आधार पर दूसरों की तुलना में लंबी सजा प्राप्त करेंगे।
9. क्या अंततः आग समाप्त हो जाएगी?
“देख, वे भूसे के समान होकर आग से भस्म हो जाएँगे; वे अपने प्राणों को ज्वाला से न बचा सकेंगे। वह आग तापने के लिए नहीं, न ऐसी होगी जिसके समाने कोई बैठ सके!” (यशायाह 47:14)। “फिर मैंने नए आकाश और नई पृथ्वी को देखा, ... वह उनकी आँखों से सब आँसू पोंछ डालेगा; और इसके बाद मृत्यु न रेहगी, और न शोक, न विलाप, न पीड़ा रहेगी; पहली बातें जाती रहीं” (प्रकाशितवाक्य 21:1, 4)।
उत्तर: हाँ। बाइबल वि शषे रूप से सिखाती है कि नर्क की आग बुझ जाएगी - कि “एक कोयला भी न होगा जो कुछ गर्म कर सके, और न ही ऐसी कोई आग रह जाएगी जिसके समक्ष बैठा जा सके”। बाइबल यह भी कहती है कि परमेश्वर के नए राज्य में सभी “पूर्व चीजें” बीत जाएँगी। नर्क भी पूर्व चीजों में से एक होने के नाते इसमें शामिल है, इसलिए हमारे पास परमेश्वर का वादा है कि इसे समाप्त कर दिया जाएगा।
10. जब आग समाप्त होगी तो क्या बचेगा?
“क्योंकि देखो, वह धधकते भट्ठे का सा दिन आता है, जब सब अभिमानी और सब दुराचारी लोग अनाज की कूटी बन जाएँगे और उस आनेवाले दिन में वे ऐसे भस्म हो जाएँगी की उनका पता न रहेगा, सेनाओं के यहोवा का यही वचन है। ... तब तुम दुष्टों को लताड़ डालोगे अर्थात मेरे उस ठहराए हुए दिन में वे तुम्हारे पावों के नीचे की राख बान जाएँगे, सेनाओं के यहोवा का यही वचन है” (मलाकी 4:1, 3)।
उत्तर: ध्यान दें कि पद यह नहीं कहता है कि दुष्ट लोग अभ्रक (रेशे बनाने के लिए इस्तेमाल) की तरह जलाए जायेंगे, जैसा कि आज कई लोग विश्वास करते हैं, बल्कि खूंटे की तरह,जो पूरी तरह जला दिया जाएगा। इस बात का संकेत है कि वे पूरी तरह जल जाएँगे। कुछ भी नहीं परन्तु राख ही बच जाएगा जब आग समाप्त हो जाती है। भजन संहिता 37:10, 20 में, बाइबल कहती है कि,वे धुएँ की नाई बिलाय जाएँगे और पूरी तरह से नष्ट हो जाएँगें।
11. दुष्ट लोग शारीरिक रूप से नर्क में प्रवेश करेंगे और आत्मा और शरीर दोनों में नष्ट होंगे?
“तेरे लिए यही भला है कि तेरे अंगों में से एक नष्ट हो जाए और तेरा सारा शरीर नरक में न डाला जाए” (मत्ती 5:30)। “उसी से डरो, जो आत्मा और शरीर दोनों को नरक में नष्ट कर सकता है” (मत्ती 10:28)। “जो प्राणी पाप कर वही मरेगा” (यहेजकेल 18:20)।
उत्तर: हाँ। असली, जीवित लोग शारीरिक रूप में नर्क में प्रवशे करेंगे और आत्मा और शरीर दोनों नष्ट होंगे। स्वर्ग से परमेश्वर से आग असली लोगों पर गिर जाएगी और उनका अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।
12. क्या शैतान नर्क की आग का सन्चालन करेगा?
“उन का भरमानेवाला शैतान आग और गन्धक की झील में ... डाल दिया जाएगा” (प्रकाशितवाक्य 20:10)। “मैं ने तुझे सब देखनेवालों के सामने भूमि पर भस्म कर डाला है। ... तू ... फिर कभी पाया न जाएगा” (यहेजकेल 28:18, 19)।
उत्तर: बिलकुल नहीं! शैतान को आग में डाला जाएगा, और वह उसे राख में बदल देगा।
13. क्या बाइबल में प्रयोग किया जाने वाला शब्द “नर्क ” सदा जलती या सज़ा की जगह को सदंर्भित करता है?
नहीं। बाइबल में “नर्क ” शब्द का प्रयोग 54 बार किया गया है, और केवल 12 मामलों में इसका संदर्भ “जलने की जगह” है।
“नर्क ” शब्द का अनुवाद विभिन्न अर्थों से कई अलग-अलग शब्दों से किया जाता है जैसा कि नीचे दर्शाया गया है:
पुराने नियम में: “शेओल” से 31 बार, जिसका अर्थ कब्र है।”नए नियम में: “हेड्स “से 10 बार, जिसका मतलब है” कब्र”। “गेहेना “से 12 बार, जिसका अर्थ है” जलने की जगह” है। “टार्टारस” से 1 बार, जिसका अर्थ है “अँधेरे का स्थान।” |
नोट: शब्द “गेहेना“ इब्रानी भाषा “गी-हिन्नोम” का एक लिप्तयं रण है, जिसका अर्थ है “हिन्नोम की घाटी”। वह घाटी, जो यरूशालेम के ठीक दक्षिण और पश्चिम में स्थित है, यह, वह जगह थी जहाँ मृत जानवर, कचरा, और अन्य गन्दगी डाल दी जाती थी। यहाँ लगातार आग जलती रहती थी ,जसैे की आधुनिक कचरा गढ़ों में होता है। बाइबल आग के प्रतीक के रूप में “गेहेना” या “हिनोम की घाटी” का उपयोग करती है जो समय के अतं में , जो भटक गएँ है, उन्हें नष्ट कर देगी। गेहेना की आग कभी न समाप्त होने वाली नहीं थी। अन्यथा, यह आज भी यरूशलेम के दक्षिण-पश्चिम में जल रही होती। न ही नर्क की आग, न समाप्त होने वाली होगी।
14. नर्क की आग के लिए परमेश्वर का असली उद्देश्य क्या है?
“हे शापित लोगों, मेरे सामने से उस अनन्त आग में चले जाओ, जो शैतान और उसके दूतों के लिये तैयार की गई है” (मत्ती 25:41)। “जिस किसी का नाम जीवन की पुस्तक में लिखा हुआ न मिला, वह आग की झील में डाला गया” (प्रकाशितवाक्य 20:15)। “थोड़े दिन के बीतने पर दुष्ट रहेगा ही नहीं; ... यहोवा के शत्रु खेत की सुथरी घास के समान नष्ट होंगे ... वे धूएँ के समान लुप्त हो जाएँगे” (भजन संहिता 37:10, 20)।
उत्तर: परमेश्वर का उद्देश्य यह है कि दुनिया को अन्नत काल तक सुरक्षित बनाने के लिए नर्क शैतान, सभी पापी और न बचाए हुओं को नष्ट कर देगा। इस ग्रह पर छोड़े गए पाप का कोई भी शेष ब्रह्मांड के लिए सदा तक एक प्रणघातक संक्रमण के रूप में होगा। यह परमेश्वर की योजना है की पाप सदा के लिए अस्ति त्वहीन हो जाये!
अनन्त नर्क पाप को कायम रखेगा
यातना का एक अन्नत नर्क पाप को कायम रखेगा और इसके निवारण को असम्भव बना देगा। यातना का एक अन्नत नर्क
परमेश्वर की योजना का बिल्कुल भी हिस्सा नहीं है। ऐसा सिद्धांत एक प्रेमी परमेश्वर के पवित्र नाम के खिलाफ निंदा है।
शैतान हमारे प्रेमी सृष्टिकर्ता को एक निर्दयी तानाशाह के रूप में चित्रित किये जाने से प्रसन्न होता है।
अनन्त नर्क बाइबल में नहीं पाया जाता है
“यातना का अन्नत नर्क ” वाला सिद्धांत बाइबल से नहीं है,परन्तु भ्रमित लोगों के द्वारा जो शायद अनजाने में, शैतान द्वारा नेतृत्व किये गए। और जबकि नर्क का डर हमारा ध्यान आकर्षित कर सकता है, हम डर से नहीं बचते हैं बल्कि परमेश्वर की कृपा से बचाए जाते हैं।
15. क्या दुष्टों को नष्ट करना, परमेश्वर की प्रवृति के विपरित नहीं है?
“परमेश्वर यहोवा की यह वाणी है: मेरे जीवन की सौगन्ध, मैं दुष्ट के मरने से कुछ भी प्रसन्न नहीं होता, परन्तु इससे कि दुष्ट अपने मार्ग से फिरकर जीवित रहे; हे इस्रायेल के घराने, तुम अपने अपने बुरे मार्ग से फिर जाओ; तुम क्यों मरो?” (यहेजकेल 33:11)। “मनुष्य का पुत्र लोगों के प्राणों का नाश करने नहीं वरन् बचाने के लिए आया” (लूका 9:55)। “यहोवा ऐसा उठ खड़ा होगा ... जिससे वह अपना काम कर, जो अचम्भित काम है, और वह कार्य जो अनोखा है” (यशायाह 28:21)।
16. धरती और उसके लोगों के लिए परमेश्वर की नर्क के बाद की क्या योजनाएँ है?
“वह तुम्हारा अन्त कर देगा; विपत्ति दूसरी बार पड़ने न पाएगी” (नहूम 1:9)। “मैं नया आकाश और नई पृथ्वी उत्पन्न करता हूँ; और पहली बातें स्मरण न रहेंगी और सोच विचार में भी न आएगा” (यशायाह 65:17)। “देख, परमेश्वर का डेरा मनुष्यों के बीच में है। वह उनके साथ डेरा करेगा, और वे उसके लोग होंगे, और परमेश्वर आप उनके साथ रहेगा और उनका परमेश्वर होगा” (प्रकाशितवाक्य 21:3, 4)।
पाप फिर से नहीं उभरेगा
परमेश्वर ने वादा किया है कि पाप फिर कभी नहीं उभरेगा। उनके लोग पूर्ण शांति , प्रेम, खुशी और संतुष्टि से भरे जाएँगे। संपूर्ण आनन्द के साथ उनका जीवन कहीं अधिक गौरवशाली और रोमांचकारी होगा, जो शब्दों से वर्णन नहीं किया जा सकता है। नर्क की असली त्रासदी है स्वर्ग का गायब होना। एक व्यक्ति जो इस शानदार राज्य में प्रवेश करना नहीं चुनता है, उसने जीवन भर का सबसे दुखद निर्णय लिया है।
17. क्या आप यह जानने के बाद आभारी हैं कि परमेश्वर नर्क की आग
अनंत काल तक दुष्टों को दंडित नहीं करेगी?
आपका उत्तर:
आपके प्रश्श्नों के उत्तर
1.क्या बाइबल “अनन्त यातना” की बात नहीं करती?
उत्तर: नहीं - वाक्यांश “अनन्त यातना”, बाइबल में नहीं दिखता है।
2. फिर बाइबल क्यों कहती है कि दुष्टों को न बुझने वाली आग से नष्ट कर दिया जाएगा?
उत्तर: न बुझने वाली आग वह आग है जिसे बुझाया नहीं जा सकता है, लेकिन जब सब कुछ राख में बदल जाता है तो वह बुझ जाती है। यिर्मयाह 17:27 कहता है कि यरूशलेम को न बुझने वाली आग से नष्ट किया जाना था , और 2 इतिहास 36:19-21 में बाइबल कहती है कि इस आग ने नगर को, “जो वचन यिर्मयाह के मुँह से निकला था , वह पूरा हो” इसलिए जला दिया और उसे उजाड़ दिया । फिर भी हम जानते हैं कि यह आग बुझ गई है, क्योंकि यरूशलेम आज नहीं जल रहा है।
3. क्या मत्ती 25:46 नहीं कहता है कि दुष्टों को “अनन्त दंड” मिलेगा?
उत्तर: ध्यान दें कि शब्द दंड है, दंडित नहीं है। दंडित करना जारी रह सकता है, जबकि दण्ड बस एक क्रिया है। दुष्टों की सजा मृत्यु है, और यह मृत्यु हमेशा की है।
4. क्या आप मत्ती 10:28 को समझा सकते हैं: “जो शरीर को घात करते हैं, पर आत्मा को घात नहीं कर सकते, उनसे मत डरना”?
उत्तर: “आत्मा” शब्द के बाइबल में तीन अर्थ हैं: (1) जीवित प्राणी, उत्पत्ति 2:7- (2) मस्तिष्क, भजन संहिता 139:14- और (3) जीवन, 1 शमूएल 18:1। इसके अलावा, मत्ती 10:28 आत्मा को अनन्त जीवन के रूप में संदर्भित करता है कि परमेश्वर इसे स्वीकार करने वालों को देता है। कोई भी इसे दूर नहीं कर सकता है।
5. मत्ती 25:41 दुष्टों के लिए “अनन्त आग” के विषय में बोलती है। क्या यह बुझती है?
उत्तर: हाँ। बाइबल के अनुसार, यह सही है। हमें बाइबल को खदु को समझाने देना चाहिए। सदोम और गमोरा को अनन्त, या अन्नतकाल, आग (यहूदा 1:7) से नष्ट कर दिया गया था , और उस आग ने उन्हें “राख में” बदल दिया तथा “जो लोग बाद में दुष्ट रहेंगे” उनके लिए चेतावनी है (2 पतरस 2:6)। ये शहर आज जल नहीं रहे हैं। जब सब कुछ जल गया तब आग बुझ गयी। इसी प्रकार, दुष्टों को राख में बदलने के बाद अनन्त आग बुझ जाएगी (मलाकी 4:3)। आग का प्रभाव हमेशा के लिए है, लेकिन जलना नहीं।
6. क्या लूका 16:19-31 में धनी व्यक्ति और लाज़र की कहानी हमें अनंत पीड़ा की बात नहीं सिखाती है?
उत्तर: नहीं! यह दृष्टांत यीशु के द्वारा है जो एक निश्चित आत्मिक पाठ पर जोर देता था । कहानी का मुद्दा पद 31 में पाया गया है। दृष्टांतों को वास्तविक रूप में नहीं लिया जाना चाहि ए-अन्यथा , हम मानेंगे कि वृक्ष बात करते हैं! (न्यायियों 9:8-15 देखें।) यहाँ कुछ तथ्य हैं जो यह स्पष्ट करते हैं कि लूका 16:19-31 एक दृष्टांत है:
क. अब्राहम का गोद स्वर्ग नहीं है (इब्रानियों 11:8-10, 16)।
ख. नर्क के लोग स्वर्ग के लोगों से बात नहीं कर सकते (यशायाह 65:17)।
ग. मृत उनकी कब्रों में हैं (अय्यूब 17:13; यूहन्ना 5:28, 29)। धनी व्यक्ति आँखों, जीभ आदि के साथ शारीरिक रूप में था , फिर भी हम जानते हैं कि शरीर मृत्यु पर नर्क में नहीं जाता है, लेकिन कब्र में रहता है, जैसा कि बाइबल कहती है।
घ. लोगों को मसीह के दूसरे आगमन पर प्रतिफल दिया जाता है, मृत्यु पर नहीं (प्रकाशितवाक्य 22:12)।
ड़. खोए हुए, दुनिया के अंत में नर्क में डाले जाते हैं, न कि जब वे मरते हैं (मत्ती 13:40-42)।
7. लेकिन बाइबल दुष्टों को “हमेशा के लिए पीड़ित” कहती है, है ना?
उत्तर: किंग जेम्स बाइबल में ‘हमेशा के लिए’ शब्द का इस्तेमाल 56 बार है जो कि पहले ही खत्म हो चुका है। * यह शब्द “लंबा” जैसा है, जिसका मतलब पुरुषों, पेड़ों या पहाड़ों का वर्णन करने में कुछ अलग है। योना 2:6 में, “हमेशा के लिए” का अर्थ “तीन दिन और रात है।” व्यवस्था विवरण 23:3 में, इसका अर्थ 10 पीढ़ियाँ है। मानव जाति के मामले में, इसका अर्थ है “जब तक वह रहता है” या “मृत्यु तक।” (1 शमूएल 1:22, 28; निर्गमन 21:6; भजन संहिता 48:14।) इसलिए दुष्ट जब तक जीवित रहेंगे या मरने तक आग में जलेंगे। पाप के लिए यह अग्निमय सजा प्रत्येक व्यक्ति के लिए पापों की तीव्रता के अनुसार अलग-अलग होगी, लेकिन सजा के बाद, आग बुझ जाएगी। बाइबल में नहीं पाई जाने वाली अनन्त यातना की शिक्षा ने लोगों को, शैतान के किसी अन्य आविष्कार की तुलना में, नास्तिकता के लिए अधिक प्रेरित किया है। यह एक दयालु स्वर्गीय पिता के प्रेमी चरित्र की निंदा करता है और मसीही कार्य को अनकही हानि पहुँचाई है। * समन्वय में जांच करने के लिए, “सदा” शब्द देखें।
सारांश पत्र
1. पापियों को नर्क की आग में डाला जाता है (1)
_____ जब वे मर जाते हैं।
_____ दुनिया के अंत में।
_____ शैतान द्वारा।
2. पापियों को नर्क की आग में प्राप्त होने वाला इनाम है (1)
_____ मौत।
_____ अनन्त यातना।
_____ शैतान द्वारा यातना दी जा रही है, जो वहाँ प्रभारी है।
3. नर्क की आग (1)
_____ परमेश्वर द्वारा पूरी दुनिया को आग लगाई जाएगी।
_____ अभी जल रहा है।
_____ अनंत काल के अनंत युगों तक जलता है।
4. जिन पापियों की मृत्यु हो गई है वे हैं(1)
_____ यातना स्थल में।
_____ नर्क की आग में।
_____ उनकी कब्रें में।
5. आज नर्क की आबादी (1)
_____ बिल्कुल शून्य है।
_____ लाखों की संख्या में।
_____ निर्धारित नहीं किया जा सकता है।
6. नर्क की आग (1)
_____ केवल दुष्टों के शरीर को नष्ट कर देता है।
_____ अनंत काल तक दुष्टों की आत्माओं को सताती है।
_____ पापियों को नष्ट करता है-आत्मा और शरीर समेत-उन्हें राख में बदलती है, फिर बुझ जाती है
7. यातना का एक एक अन्नत नर्क (1)
_____ परमेश्वर की महान योजना का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है
_____ यह शैतान का सिद्धांत है और वह पवित्र, प्रेमी परमेश्वर का निंदा करता है, की वह लोगों को पीड़ित होता देखता है।
_____ शैतान को अनंतकाल तक नौकरी देता है।
8. बाइबल में “नर्क ” (1)
_____ सदा जलते रहने वाली जगह को संदर्भित करता है।
_____ कई अर्थ हैं, उनमें से एक कब्र है
_____ शैतान के भूमिगत यातना कक्षों को दर्शाता है।
9. नर्क का उद्देश्य है(1)
_____ बदला लौटाना और परमेश्वर के दुश्मनों को यातना देना।
_____ लोगों को अच्छा बनने के लिए डराना।
_____ ब्रह्मांड से पाप और बुराई को पूरी तरह से मिटा देना और अनंत काल तक धर्मियों को सुरक्षित रखना।
10. नर्क में लोगों को नष्ट करना (1)
_____ स्वर्ग के महान परमेश्वर के लिए प्रसन्नता होगी।
_____ परमेश्वर का “अनोखा कार्य” कहा जाता है, क्योंकि यह लोगों को बचाने की उनकी प्रेमपूर्ण योजना के विपरित है।
_____ परमेश्वर की योजना के सहयोग से शैतान का काम होगा।
11. नर्क की आग बुझ जाने के बाद (1)
_____ ईश्वर शैतान को अंतरिक्ष में भेज देगा।
_____ ईश्वर एक संपर्णू नई पृथ्वी बनाएगा, जहाँ पाप कभी नहीं उभरेगा, और उसे अपने लोगों को दे देगा।
_____ धर्मी पाप के दोबारा उभरने के डर में जीते रहेंगे
12.धनवान व्यक्ति और लाजर की कहानी (1)
_____ एक दृष्टांत है और वास्तविकता में नहीं लिया जाना चाहिए।
_____ अन्नत यातना की शिक्षा के लिए बाइबल का प्रमाण है।
_____ यह बताता है कि नर्क की आत्माएँ स्वर्ग की आत्माओं के साथ बातचीत कर सकती हैं।
13. “सदा के लिए” शब्द, जैसा कि बाइबल में मनुष्य के जीवन के संदर्भ में प्रयोग किया जाता है (1)
_____ इसका अर्थ ‘अनन्त समय’ है।
_____ रहस्यमय है और समझा नहीं जा सकता है।
_____ आमतौर पर इसका अर्थ है ‘एक आदमी का जीवनकाल’ या ‘जब तक वह मर जाता है’।
14. मैं यह जानकर आभारी हूँ कि परमेश्वर नर्क की आग में सदा के लिए दुष्टों को दंडित नहीं करता है।
_____ हाँ।
_____ नहीं।